लॉन्च की घोषणा
HAQM DSP बेहतर किए गए मेजरमेंट के लिए Google प्राइवेसी सैंडबॉक्स के साथ इंटीग्रेट करता है
20 मार्च, 2025
क्या लॉन्च किया गया है?
HAQM DSP , Google प्राइवेसी सैंडबॉक्स को टिकाऊ मेजरमेंट सोल्यूशन के अपने सुइट में इंटीग्रेट करता है. इसमें प्राइवेंसी पर आधारित मेजरमेंट तरीक़े में एक और लेयर जोड़ दी जाती है जो इंडस्ट्री में हो रहे बदलावों को देखते हुए कैम्पेन की विज़िबिलिटी को लगातार बनाए रखने में मदद करता है. बेहतर करने का यह तरीक़ा Chrome यूज़र से ब्रैंड की वेबसाइटों पर कन्वर्शन को एट्रिब्यूट करने की हमारी क्षमता को मज़बूत करता है, ख़ासकर उनके लिए जिन्होंने थर्ड-पार्टी कुकीज़ को अनुमति नहीं देने का विकल्प चुना है.

सेटिंग पेज का स्क्रीनशॉट, जिससे आप प्राइवेसी सैंडबॉक्स के साथ मेजरमेंट इंटीग्रेशन के लिए ऑप्ट-इन या ऑप्ट-आउट कर सकते हैं
ध्यान दें: आपके लिए डिफ़ॉल्ट रूप से प्राइवेसी सैंडबॉक्स के ज़रिए रिपोर्टिंग का विकल्प चुना जाता है. ऑप्ट-आउट करने के लिए, एडवरटाइज़र सेटिंग पेज पर जाएँ और “Google प्राइवेसी सैंडबॉक्स में एट्रिब्यूशन रिपोर्टिंग” विकल्प को ख़ाली छोड़ करें.
यह क्यों ज़रूरी है?
HAQM DSP ने लंबे समय से बेहतर तरीक़ों के ज़रिए अपना आधार पक्का किया है जो ऐड ID पर निर्भर नहीं करता है. यह हमें थर्ड-पार्टी कुकी को बाहर रखने जैसे इंडस्ट्री में हो रहे बदलावों में काफ़ी आगे रखता है. प्राइवेसी सैंडबॉक्स इंटीग्रेशन ऐड रेलेवेन्स को बेहतर करता है. यह हमारा AWS से चलने वाला AI सोल्यूशन है जो एडवरटाइज़र को असरदार ढँग से ऑडियंस तक पहुँचने और मापने में मदद करता है, भेल ही ऐड ID मौजूद हो या नहीं. हालाँकि, ऐड रेलेवेन्स पहले से ही कंज़्यूमर के डिजिटल सफ़र के दौरान उन्हें सम्बंधित ऐड दिखाने के लिए बेहतर सिग्नल का इस्तेमाल करता है, यह नया इंटीग्रेशन ख़ास तौर पर Chrome यूज़र के लिए अतिरिक्त मेजरमेंट क्षमताएँ उपलब्ध कराता है. ये सोल्यूशन एक साथ मिलकर यह पक्का करते हैं कि ब्राउज़र सेटिंग या इंडस्ट्री में बदलाव की परवाह किए बिना, आपकी एडवरटाइज़िंग के असर को समझने के लिए सभी उपलब्ध सहमति दिए गए सिग्नल को सुरक्षित रूप से ज़्यादा से ज़्यादा करके कैम्पेन की व्यापक विज़िबिलिटी बनाए रखें.
यह फ़ीचर किन देशों में उपलब्ध है?
- उत्तरी अमेरिका: संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, मेक्सिको
- दक्षिणी अमेरिका: ब्राज़ील
- यूरोप: जर्मनी, स्पेन, फ़्रांस, इटली, यूनाइटेड किंगडम, स्वीडन, बेल्जियम, स्विट्ज़रलैंड, पोलैंड, ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड, फ़िनलैंड, नॉर्वे, आयरलैंड, डेनमार्क, लक्ज़मबर्ग
- मिडल ईस्ट: तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, इज़राइल, मिस्र, मोरक्को, बहरीन, कुवैत
- एशिया पैसिफ़िक: भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, चीन, सिंगापुर
इसका इस्तेमाल कौन कर सकता है?
- सेल्फ़-सर्विस
- मैनेज्ड सर्विस