बिना थर्ड-पार्टी कुकीज़ के ऐड प्रासंगिकता डिलीवर करना: बोली शेडिंग के लिए एडवांस तकनीकें
जुलाई 08, 2024 | लेखक: निकलस कार्लसन, सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट, HAQM Ads और डैनियल मिलर, सीनियर अप्लाइड साइंटिस्ट, HAQM Ads

लगभग एक दशक से एडवरटाइज़िंग और मार्केटिंग इंडस्ट्री ज़रूरी बदलावों से गुज़री है. जो चीज़ एक समय में दूर की कौड़ी लग रही थी वह अब सच्चाई बन गई है: ग्लोबल ऑनलाइन ब्राउज़र ट्रैफ़िक का लगभग 40% पहले से ही थर्ड-पार्टी कुकीज़ के बिना काम करता है. आख़िरकार, वेब का 90% तक गुमनाम हो जाएगा जो एडवरटाइज़र और ऐड टेक प्रोवाइडर के लिए एक ही तरह से उन रणनीतियों की ओर आगे बढ़ने के मक़सद से अहम क्षण का संकेत देगा जो कंज़्यूमर तक पहुँचने में असरदार हैं.
HAQM Ads में, हमने बदलावों को एडवरटाइज़र को दिए जाने वाले इनोवेशनऔर वैल्यू को बढ़ाने के अवसर के रूप में देखा है. इसमें रणनीतिक रूप से जीतने वाली कम से कम बोली लगाने के लिए ओपन एक्सचेंज नीलामी में प्रतिस्पर्धी डायनेमिक का मूल्यांकन करना और हमारे कस्टमर के वैल्यू और बजट कुशलता के लिए ऑप्टिमाइज़ करना शामिल है. यह तरीक़ा थर्ड-पार्टी कुकीज़ के बिना ब्राउज़र और डिवाइस के लिए ख़ास तौर पर अहम है, जहाँ कई ऐड टेक प्रोवाइडर अनाम इन्वेंट्री पर असरदार तरीक़े से बोली नहीं लगा सकते हैं. इसका हल निकालने के लिए, HAQM Ads अपने एडवांस बोली शेडिंग एल्गोरिथम को अपडेट कर रहा है, ताकि हमारे कस्टमर को उनके एडवरटाइज़िंग इनवेस्टमेंट पर ज़्यादा से ज़्यादा संभव रिटर्न पाने में मदद मिल सके.
यह टेक्निकल व्हाइट पेपर बताता है कि HAQM DSP किस तरह इनोवेशन करता है. यह काम ख़ास तौर पर थर्ड-पार्टी सप्लाई में बोली शेडिंग के साथ एडवरटाइज़र के लिए इसके असर और प्रासंगिकता को बढ़ाने के लिए किया जाता है.
इस टेक्निकल वाइट पेपर में, आप इस काम को करने का तरीक़ा सीखेंगे:

बोली शेडिंग की मूल बातें और यह एडवरटाइज़र के लिए क्यों अहम है.

बिना किसी ख़र्च के दी जाने वाली स्टैंडर्ड सर्विस के रूप में बोली लगाने के लिए HAQM DSP तरीक़ा.

थर्ड-पार्टी की कुकीज़ के बिना बोली शेडिंग के लिए तीन रणनीतियाँ तैयार की जा रही हैं.