ब्रैंड कॉन्टेंट क्रिएटर के साथ किस तरह से काम कर सकते हैं, इसे लेकर HAQM Live इन्फ़्लुएंसर एंसर त्रिशा हर्शबर्गर के टिप्स
15 फ़रवरी 2022

त्रिशा हर्शबर्गर कहती हैं कि उनका डिजिटल क्रिएटर बनना एक संयोग था. लेकिन, आज बहुत कुछ बदल गया है. HAQM Live स्ट्रीमर, ऑनलाइन होस्ट और कॉन्टेंट क्रिएटर एक दशक से भी ज़्यादा समय से डिजिटल कॉन्टेंट बना रहे हैं. अपने करियर के दौरान एक फुल-टाइम कॉन्टेंट क्रिएटर होने के नाते हर्शबर्गर ने क्रिएटर इकॉनमी को बढ़ते हुए देखा है. ऐसा सोशल चैनल और स्ट्रीमिंग टेक्नोलॉजी में हुई तरक्की की वजह से हुआ है.
HAQM Live क्रिएटर हर्शबर्गर कहती हैं, “अब बहुत कुछ बदल गया है.” जब मैंने कॉन्टेंट क्रिएट करना शुरू किया था, तब कॉन्टेंट क्रिएटर ऐड से हुई बिक्री की मदद से पैसा कमाते थे. अब, मुझे लगता है कि बहुत सारे ब्रैंड डिजिटल कॉन्टेंट क्रिएटर के साथ काम करना पसंद करते हैं ”
हर्शबर्गर इसी क्रिएटर इकॉनमी से जुड़ी हुई है. इसमें डिजिटल क्रिएटर कॉन्टेंट क्रिएट करके कमाई करते हैं. Influencer Marketing Factory के अनुसार दुनिया भर में 50 मिलियन से ज़्यादा लोग अपने-आप को क्रिएटर कहते हैं. साथ ही, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग जो कि क्रिएटर इकॉनमी का हिस्सा है के 2021 के अंत तक लगभग 3 बिलियन डॉलर का राजस्व हासिल करने की उम्मीद है.1
हज़ारों फॉलोवर हर्शबर्गर के HAQM Live चैनल को फॉलो करते हैं. वह अपने ऑडियंस के साथ ट्रेडिंग वीडियो गेम को लेकर बात करती है, गैज़ेट का बहुत बारीकी से रिव्यू करती हैं और नई टेक्नोलॉजी से जुड़ी वीडियो उनके लिए स्ट्रीम करती हैं. हर्शबर्गर लाइवस्ट्रीम के चैट फ़ीचर की मदद से अपने व्यूवर से हाथों-हाथ जुड़ना पसंद करती हैं. उन्हें अपनी ऑडियंस को नए और उनसे संबंधित प्रोडक्ट ढूंढने में मदद करना अच्छा लगता है. वह कहती हैं, “मुझे लाइव स्ट्रीमिंग बहुत पसंद है. मुझे इसे इस्तेमाल करने में बहुत मजा आता है. मुझे HAQM Live पर बनाई गई अपनी कम्युनिटी बहुत पसंद है. लाइव स्ट्रीमिंग करते समय मैं बहुत ही स्वाभाविक तरीके से अपनी ऑडियंस को गैजेट के बारे में विस्तार से बता पाती हूं.”
वह क्रिएटर इकॉनमी के भविष्य को लेकर बहुत आशावान है. उन्हें लगता है जैसे-जैसे ज़्यादा ब्रैंड और क्रिएटर इंडस्ट्री में आएंगे वैसे-वैसे यह और तरक्की करेगी. वह कुछ टिप्स शेयर कर रही हैं, जिससे ब्रैंड कॉन्टेंट क्रिएटर के साथ काम करते हुए उन्हीं की तरह एंगेजिंग तरीकों का इस्तेमाल करके ऑडियंस तक पहुंच बना सकते हैं और जुड़ सकते हैं.
किसी भी तरह के दिखावे से बचना
हर्शबर्गर ने कहा कि जिन क्रिएटर और ब्रैंड ने अपनी ऑडियंस के साथ लम्बे समय तक जुड़े रहने पर फ़ोकस किया, उन्होंने स्ट्रीमिंग की दुनिया में बहुत अच्छा नाम कमाया. वह कहती हैं, “जब डिजिटल मीडिया और ऑनलाइन कॉन्टेंट क्रिएट करने की बात आती है, तो सबसे ज़रूरी है की आप हमेशा वो दिखाएं जो सच और सही है. आप जिस बारे में बात कर रहे हैं अगर उसे लेकर आप वास्तव में गंभीर नहीं है, तो ऑडियंस आपके कॉन्टेंट से एंगेज नहीं हो पाएगी.”
हर्शबर्गर के लिए, अपने जूनून को पूरा करना ही उनके करियर का सबसे अच्छा हिस्सा है. हर्शबर्गर अपने लाइव स्ट्रीम के दौरान, ऑडियंस को नए आए टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट के बारे में बताने से लेकर फैंटेसी और साई-फाई साहित्य पर चर्चा और गैजेट के काम करने के तरीके से लेकर अन्य विषयों पर बिना रूके बात कर सकती हैं. उनकी ऑडियंस भी इन विषयों पर उनकी बातें सुनना पसंद करती है.
व्यक्तित्व में निखार लाना
10 साल पहले, जब हर्शबर्गर ने कॉन्टेंट क्रिएट करना शुरू किया था, तब वह थिएटर की डिग्री लेकर कॉलेज से निकली थी और लॉस एंजेलिस में टीवी मीडिया पर्सनालिटी के तौर पर काम करना चाहती थी. उन्हें जल्द ही एक टीवी शो के लिए, गेमिंग और टेक्नोलॉजी ट्रेंड पर रिपोर्ट करने का मौका मिला. उन्होंने इस मौके का बखूबी इस्तेमाल किया और इसे अपने लिए एक लॉन्चिंग पैड मानते हुए कॉन्टेंट प्रोडक्शन, कॉन्टेंट में बदलाव करने और वीडियो स्टोरी बताने के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा सीखा. लेकिन उनके प्रोडयूसर ने उन्हें अपनी अपीरियंस में कुछ बदलाव करने के लिए कहा.
वह कहती हैं, “मुझे अपने करियर के शुरुआती दिनों में बहुत विरोध का सामना करना पड़ा.” उस समय वह चश्मा नहीं पहनती थीं, लेकिन उनके प्रोडयूसर चाहते थे कि वह अपनी अपीरियंस में बदलाव करें और वैसी दिखें जैसा गेमिंग कल्चर का हिस्सा बनने वाला कोई भी इंसान दिखता है. वह कहती हैं “मुझे बताया गया था, 'आप एक ड्रेस पहन कर कैमरा के सामने आकर वीडियो गेम के बारे में बात नहीं कर सकतीं, कोई भी आपको गंभीरता से नहीं लेगा, आपको एक ग्राफ़िक टी-शर्ट पहननी होगी.’ मुझे अक्सर बताया जाता था कि मैं गेमिंग के बारे में बात करने वाले लोगों की तरह नहीं दिखतीं.” लेकिन, हर्शबर्गर जैसी थीं वैसी ही रहीं और उन्होंने एक ऐसी ऑनलाइन कम्युनिटी बनाई जो उनके काम की वजह से उनसे जुड़ी.
इंडस्ट्री में भी बदलाव हो रहे हैं. हर्शबर्गर कहती हैं कि उन्होंने देखा है कि ऑडियंस उन क्रिएटर से जुड़ना पसंद करती हैं जो सच्चे होते हैं और किसी भी तरह का दिखावा नहीं करते हैं. उनको लगता है कि यह एक ऐसा मौका है, जब अलग-अलग तरह के क्रिएटर अपनी पहचान बनाकर अपनी ब्रैंड और कम्युनिटी बना सकते हैं.
वह कहती हैं, "अलग-अलग बैकग्रॉउंड और अलग-अलग विषयों के बारे में बात करने वाले क्रिएटर सामने आ रहे हैं, जिस वजह से प्लेटफॉर्म पर हर किसी के लिए कुछ न कुछ ज़रूर है."
हर्शबर्गर कहती हैं कि इसका मतलब यह हुआ की ब्रैंड अब अलग-अलग तरह के कॉन्टेंट क्रिएटर के साथ काम कर सकते हैं. ये क्रिएटर उनकी ब्रैंड स्टोरी लोगों को बताकर संबंधित ऑडियंस तक पहुंच बनाने में उनकी मदद कर सकते हैं.
क्रिएटर के कॉन्टेंट के बारे में जानना
हर्शबर्गर सुझाव देती हैं कि अगर कोई ब्रैंड किसी खास क्रिएटर के साथ काम करना चाहता है, तो उसे यह ज़रूर जानना चाहिए कि क्रिएटर किस तरह का कॉन्टेंट बनाता है. वह कहती हैं कि यह बहुत आम बात है कि ब्रैंड बिना यह देखें कि क्रिएटर किस तरह का कॉन्टेंट बनाता है, उनके फॉलोवर की अच्छी संख्या देखकर तुरंत उनकी सेवाएं लेना शुरू कर देते हैं. हर्शबर्गर कहती हैं कि बिना यह जाने कि क्रिएटर किस तरह का कॉन्टेंट बनाता है, ब्रैंड का क्रिएटर की सेवाएं लेना ब्रैंड और क्रिएटर दोनों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. उदाहरण के लिए, ऐसा हो सकता है कि ब्रैंड का कॉन्टेंट क्रिएटर की ऑडियंस को पसंद ना आए या क्रिएटर का कॉन्टेंट ब्रैंड के मूल्यों से मेल ना खाए.
वह कहती हैं, "मैं आपको बता नहीं सकती कि कितनी ब्रैंड ने अपनी लिपस्टिक प्रोमोट करने के लिए मुझसे संपर्क किया है. मैंने कभी ब्यूटी प्रोडक्ट कवर नहीं किए हैं. यह वह नहीं है जो मैं करती हूं. मेरी ऑडियंस को यह पसंद नहीं आएगा.”
हर्शबर्गर सुझाव देती हैं कि मार्केटर को क्रिएटर के बारे रिसर्च करनी चाहिए और उनका कॉन्टेंट देख लेना चाहिए. साथ ही, उनके साथ काम करने से पहले क्रिएटर और उनके कॉन्टेंट की दोबारा जांच कर लेनी चाहिए, ताकि गठजोड़ प्रोडक्टिव रहे और ब्रैंड अपने बिज़नेस के लक्ष्य को हासिल कर सके.
गठजोड़ बहुत ही अहम है
हर्शबर्गर कहती हैं कि क्रिएटर और ब्रैंड के बीच का गठजोड़ तब आला दर्ज़े का माना जाता है, जब वह एक एंगेजिंग कैम्पेन का रूप ले. साथ ही, इस गठजोड़ में दोनों पार्टी का समान रूप से काम करना बहुत ज़रूरी है.
हर्शबर्गर कहती हैं, "एक समय था जब बिजनेस ब्रैंड डील के साथ मुझसे अप्रोच करते थे और मैं कई ईमेल एक्सचेंज के बाद भी बड़ी शालीनता के साथ उन्हें मना कर देती थी, क्योंकि मुझे वह गठजोड़ सही नहीं लगता था."
हर्शबर्गर ब्रैंड को सुझाव देती हैं कि उन्हें ब्रैंड डील के बारे में जितनी हो सके उतनी जानकारी के साथ कॉन्टेंट क्रिएटर को अप्रोच करना चाहिए. इसमें कैम्पेन की सफलत का अंदाजा, मैसेजिंग को लेकर उनकी अपेक्षाएं, वे किन ऑडियंस से एंगेज करने की उम्मीद कर रहे हैं और वे किन लक्ष्यों को हासिल करना चाहते है जैसी जानकारी शामिल है. इस जानकारी से क्रिएटर को यह पता लगाने में मदद मिलती है कि डील उनसे और उनके ऑडियंस से संबंधित है या नहीं.
वह कहती हैं, "कॉन्टेंट क्रिएट करते समय आपसी समझ रखना बहुत ज़रूरी है, कॉन्टेंट क्रिएटर से पूछें, 'आप इसके बारे में क्या सोचते हैं? क्या आप सामान्य तौर भी इस तरह का कॉन्टेंट बनाते हैं? इसमें आपका इनपुट क्या है?' यह एक गठजोड़ को दर्शाता है. साथ ही, इससे ब्रैंड और क्रिएटर दोनों को बहुत ही क्रिएटिव और शानदार काम करने में मदद मिलती है."
उम्मीदों और सीमाओं को सेट करने के लिए साथ मिलकर काम करें
हर्शबर्गर कहती हैं कि लोगों को सोशल मीडिया चैनल पर कॉन्टेंट पोस्ट करना बहुत आसान काम लग सकता है, लेकिन यह सुबह 9 बजे शाम 5 बजे तक की पारंपरिक नौकरी की तरह नहीं है. यह एक फुल-टाइम नौकरी है. बहुत से क्रिएटर ऑडियंस तक पहुंच बनाने के लिए देर तक प्राइम ऑवर के दौरान काम करते है. हर्शबर्गर आगे बताती हैं कि इसमें शाम को और वीकेंड पर लाइव स्ट्रीमिंग करना शामिल है जब ऑडियंस ऑफिस और स्कूल के बाद कॉन्टेंट देख रही होती हैं. एक बड़े होते हुए बच्चे की मां होने के नाते, हर्शबर्गर कहती हैं कि पिछले कुछ सालों में ब्रैंड के साथ गठजोड़ करने का फैसला लेने से पहले उन्होंने अपने लिए कुछ सीमाएं सेट करना शुरू कर दिया है, ताकि वह अपने परिवार को प्राथमिकता दे सकें.
हर्शबर्गर कहती हैं कि वे ब्रैंड जो क्रिएटर की सीमाओं का सम्मान करते हैं और उनके काम और व्यक्तिगत जीवन के बीच के संतुलन की ज़रूरतों को समझते है, उनके साथ क्रिएटर बार-बार काम करने को तैयार रहते हैं.
बदलाव के लिए तैयार रहना
टेक्नोलॉजी में हो रहे बदलावों और डिजिटल एडवरटाइज़िंग इंडस्ट्री की तरक्की की वजह से मार्केटर और क्रिएटर दोनों के लिए किसी भी बदलाव के लिए तैयार रहना बहुत ज़रूरी है. हर्शबर्गर कहती हैं, एक दशक से भी पहले जब उन्होंने कॉन्टेंट क्रिएट करना शुरू किया था, तब स्टैटिक फोटो पोस्ट करना और लीनियर वीडियो अपलोड करने के चलन था. लेकिन, अब ऑडियंस की दिलचस्पी बदल रही है और स्ट्रीमिंग वीडियो कॉन्टेंट बहुत तेजी से चलन में आ रहा है.
वह कहती हैं, "काश मैं यह कह सकती कि मेरे पास आगे आने वाले पांच से दस सालों के बहुत अच्छा प्लान है, लेकिन मुझे हर समय नई टेक्नोलॉजी, ट्रेंड और ऐसे टूल को ढूंढते रहना होगा जो बेहतरीन कॉन्टेंट बनाने में मेरी मदद कर सके." हर्शबर्गर लाइव स्ट्रीमिंग और उन सभी तरीकों के भविष्य को लेकर बहुत खुश हैं जिनसे ब्रैंड और क्रिएटर रियल टाइम में ऑडियंस के साथ जुड़ सकें.
वह कहती हैं कि ब्रैंड के लिए ट्रेंड और नई टेक्नोलॉजी को समझकर संबंधित ऑडियंस से जुड़े रहना बहुत ज़रूरी है. क्रिएटर इनमें से कुछ बारीकियों को समझने में ब्रैंड की मदद कर सकते हैं. हर्शबर्गर कहती हैं कि ब्रैंड क्रिएटर के साथ गठजोड़ करके एक जादुई समा बना देते हैं.
1 “क्रिएटर इकॉनमी बढ़ने की चार वजहें,” Forbes, यूएस, नवंबर 2021