स्मार्ट होम से लेकर Ads तक: सोनाली की उम्मीद से परे करियर की कहानी

कभी-कभी सबसे रोमांचक सफ़र वह होते हैं जो उम्मीद से परे होते हैं, यह बात सोनाली महर्षि के HAQM के सफ़र से साबित होती है.
वह मानती हैं, “HAQM से जुड़ना अचानक हुआ”.
स्मार्ट होम सिक्योरिटी और यूटिलिटी सिस्टम पर काम करते हुए 10 साल बिताने के बाद, सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट मैनेजर सोनाली ने कनेक्टेड डिवाइसों पर आधारित शानदार रिज़्यूम तैयार कर लिया था. फिर भी वह कहीं न कहीं कुछ नया सीखने की चुनौती को मिस कर रही थीं.
स्मार्ट होम से लेकर फ़िनटेक तक
फिर HAQM रिक्रूटर ने फ़िनटेक में मौजूद अवसर को लेकर संपर्क किया, ऐसी चीज़ जो उन्होंने पहले कभी नहीं सोची थी. सोनाली याद करते हुए बताती हैं, “मैंने सोचा, फ़ाइनेंस? मैं फ़ाइनेंस के बारे में कुछ नहीं जानती.”
इंटरव्यू प्रोसेस से पता चला कि सोनाली का इंजीनियरिंग बैकग्राउंड फ़िनटेक में भी उनके काम आएगा. सोनाली समझाती हैं, “मैंने महसूस किया कि बुनियादी डिज़ाइन कॉन्सेप्ट एक जैसे हैं.”
सोनाली HAQM से जुड़ीं और अगले डेढ़ साल फ़ाइनेंस गवर्नेंस, रिस्क और कंट्रोल के लिए नया प्लैटफ़ॉर्म तैयार करने में बिताए.
एडवरटाइज़िंग का भविष्य
नई इंडस्ट्री के साथ और अपनी अगली चुनौती के लिए तैयार, सोनाली HAQM Ads टीम के बेहतरीन प्रोजेक्ट में शामिल हुईं, जहाँ वह अब एडवरटाइज़मेंट के साथ कंज़्यूमर के एंगेजमेंट को नया रूप दे रही हैं.
वह बताती हैं, “यह आसान लेकिन दिलचस्प कॉन्सेप्ट है.” “हम ऐड को और मज़ेदार बनाने की कोशिश कर रहे हैं.”
इंटरैक्टिव और मददगार
इसका असली मतलब क्या है?
कल्पना करें कि आप केचअप जैसे प्रोडक्ट का ऐड देख रहे हैं और महसूस करते हैं कि आपके पास तो यह लगभग ख़त्म हो चुका है. पहले के समय में, आपने इस बात का मेंटल नोट बनाया होगा, इसे अपनी ख़रीदारी की लिस्ट में जोड़ा होगा या इसके बारे में पूरी तरह से भूल भी गए होंगे.
अब, सोनाली की टीम की बदौलत, आप तुरंत ऐड के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं, शायद अपनी कार्ट में केचअप जोड़ लें, इसे वहीं तभी ख़रीद लें या बाद के लिए रिमाइंडर सेट कर लें.
सोनाली समझाती हैं, “यह एडवरटाइज़िंग का भविष्य है: इंटरैक्टिव, एंगेजिंग और ऐक्शन लेने योग्य.” “हम सिर्फ़ ऐड को ज़्यादा मददगार बनाने की कोशिश कर रहे हैं.”
सहयोगी, तेज़ी से आगे बढ़ने वाली संस्कृति
जैसे ही सोनाली ने HAQM में काम करना शुरू किया, एक चीज़ जिसने उन्हें प्रभावित किया, वह थी कोलैबोरेशन और स्पीड की संस्कृति.
“मैंने ऐसा कुछ भी अनुभव नहीं किया था. भले ही HAQM इतनी बड़ी कंपनी है, लेकिन हर टीम एक स्टार्टअप की तरह काम करती है. स्पीड हर चीज़ में मायने रखती है,” वह कहती हैं.
अपनी मौजूदा भूमिका में, सोनाली इंटरैक्टिव वीडियो ऐड पर लगभग 20 टीमों के साथ काम करती हैं और वह सफलता के लिए सहयोग को अहम बताती हैं. “टीमों के बीच कोलैबोरेशन आसान हो जाता है. आपको बस यह समझना है कि आप किन चीज़ों और सिस्टम पर असर डालेंगे. हर किसी को काम पूरा करने के लिए मिलकर काम करने की आदत है.”
सोनाली आगे कहती हैं, “HAQM एक ऐसी जगह है जहाँ आइडिया को, भले ही वे कहीं से भी आए हों, बढ़ावा दिया जाता है.” “मेरे मौजूदा प्रोजेक्ट को देखें; यह इंजीनियर का आइडिया था. यह छोटा-सा आइडिया था जो मल्टी-ऑर्गनाइज़ेशन प्रोडक्ट बन गया, जो एडवरटाइज़िंग में संभावना की सीमाओं को पार कर रहा है और कस्टमर एक्सपीरियंस के लिए हमारे जुनून से आगे बढ़ता है.”
बार रेज़र की भूमिका
अपने इंजीनियरिंग काम के अलावा, सोनाली HAQM बार रेज़र के तौर पर अहम भूमिका निभाती हैं. वह बताती हैं, “मैं व्यक्तिगत रूप से विकसित होना चाहती थी और हमारी हायरिंग पर भी पॉज़िटिव असर डालना चाहती थी.”
बार रेज़र वाकई में क्या करता है? आसान शब्दों में, ये सहकर्मी यह पक्का करते हैं कि HAQM न सिर्फ़ किसी ख़ास टीम के लिए बल्कि पूरी कंपनी के लिए हायरिंग कर रहा है.
सोनाली बताती हैं, “HAQM का बार काफ़ी डायनेमिक है. हमें यह पक्का करने की ज़रूरत है कि हम जिसे भी काम पर रखते हैं, वह हमारे तेज़-तर्रार, इनोवेटिव माहौल के लिए सही हो.”
नए आवेदकों के लिए सलाह
HAQM पर आवेदन करने की सोचने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए, सोनाली बढ़ावा और प्रैक्टिकल सलाह दोनों देती हैं.
वह कहती हैं, “HAQM आपको इस तरह से चुनौती देता है, जिससे आपको ख़ुद का बेहतर प्रोफ़ेशनल वर्शन बनने में मदद मिलती है.” वह इस बात पर ज़ोर देती हैं कि HAQM की संस्कृति जिज्ञासा, लगातार सीखने और अलग-अलग तकनीक की रेंज में कुछ नया करने की आज़ादी को बढ़ावा देती है.
“हर दिन नए प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे हैं. इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है कि आप HAQM में क्या कर रहे हैं, आपको अपनी दिलचस्पियों को पूरा करने और आगे बढ़ने के लिए बढ़ावा दिया जाता है.”
जहाँ तक इंटरव्यू की तैयारी की बात है, सोनाली यह ज़ोर देती हैं कि जिस नौकरी के लिए आप आवेदन दे रहे हैं, उसे समझना और अपने रिक्रूटर के साथ मिलकर यह जानना कि आपसे क्या उम्मीद की जाएगी, बहुत ज़रूरी है.
वह उम्मीदवारों को यह समझने और दिखाने की ज़रूरत पर भी ज़ोर देती हैं कि वे HAQM लीडरशिप के सिद्धांतों को कैसे अपनाते हैं, जो HAQM के इंटरव्यू प्रोसेस का ज़रूरी हिस्सा है और लोगों को अपने अलग अनुभवों और नज़रियों को दिखाने के लिए तैयार रहने की सलाह देती हैं: वह आख़िरी में बताती हैं, “इंटरव्यू में अपना असली व्यक्तित्व दिखाने से हिचकिचाएँ नहीं. यह शेयर करना कि आप वाक़ई में कौन हैं, आपको सबसे ख़ास बनाता है.”