गाइड

इंक्रीमेंटल पहुँच का क्या मतलब है और आपको इस पर क्यों ध्यान देना चाहिए?

इंक्रीमेंटल पहुँच का मतलब उस नई और यूनिक ऑडियंस से है, जिन्होंने OTT वीडियो एडवरटाइज़िंग पर कोई ऐड कैम्पेन देखा है.

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Sponsored TV सेल्फ़-सर्विस एडवरटाइज़िंग सोल्यूशन है जिसे किसी भी साइज़ के ब्रैंड के लिए डिज़ाइन किया गया है, ताकि वे घर की सबसे बड़ी स्क्रीन पर ऑडियंस तक पहुँच सकें और उन्हें प्रेरित कर सकें.

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"इंक्रीमेंटल पहुँच" शब्द हाल ही के सालों में एडवरटाइज़िंग इंडस्ट्री में बहुत तेज़ी से मशहूर हुआ है. इसका इस्तेमाल कई ब्रैंड, एजेंसी और मीडिया पब्लिशर करते हैं. इसका सटीक मतलब क्या है और ये क्यों अहम है? इस पोस्ट में, हमारी पहली "बिहाइंड द स्ट्रीम" सीरीज़ की मदद से आप इस विषय को और भी आसानी से समझ पाएँगे. इसके साथ ही, आप यह भी जान पाएँगे कि HAQM Streaming TV ऐड की मदद से, ऑडियंस तक अपनी पहुँच कैसे बढ़ा सकते हैं.

1. डिजिटल मार्केटिंग में पहुँच का क्या मतलब है?

पहुँच का मतलब किसी ख़ास साइज़ की ऑडियंस सेगमेंट या आबादी के उस प्रतिशत से है जो आपके ऐड कैम्पेन से एंगेज होते हैं. मान लीजिए किसी कैम्पेन से 138MM की कुल आबादी में से 18 से 49 साल के 100MM लोग एंगेज होते हैं, तो उस कैम्पेन की पहुँच 100MM या 72% होगी.

2. इंक्रीमेंटल पहुँच का क्या मतलब है?

इंक्रीमेंटल पहुँच का मतलब होता है कि किसी ब्रैंड के लीनियर टीवी कैम्पेन के अलावा, OTT (ओवर-द-टॉप) वीडियो कैम्पेन से एंगेज हुई यूनिक ऑडियंस. हालाँकि, एडवरटाइज़र अन्य तरीक़ों से भी लीनियर टीवी कैम्पेन की मदद से इंक्रीमेंटल पहुँच हासिल कर सकते हैं. जैसे, ऑनलाइन वीडियो, सोशल या डिस्प्ले ऐड. यहाँ मुख्य रूप से, लीनियर टीवी और OTT वीडियो की बात की गई है.

आइए अपने पिछले उदाहरण पर चलते हैं, जिसमें कैम्पेन से 18 से 49 साल की 100MM ऑडियंस एंगेज हुई थी. उस 100 मिलियन की ऑडियंस में से 80 मिलियन ने एडवरटाइज़र का कैम्पेन लीनियर टीवी पर देखा था और 30 मिलियन ने इसे OTT वीडियो कॉन्टेंट पर देखा था, जिसे स्ट्रीमिंग टीवी कॉन्टेंट के नाम से भी जाना जाता है. लीनियर टीवी और OTT वीडियो दोनों पर 10 मिलियन ऑडियंस ने ऐड देखा था. इसका मतलब है कि एडवरटाइज़र OTT वीडियो एडवरटाइज़िंग की मदद से 20MM व्यूअर तक पहुँच बढ़ा पाए.

3. इंक्रीमेंटल पहुँच आपके ब्रैंड के लिए क्यों ज़रूरी है?

ऑडियंस अब लीनियर टीवी से OTT स्ट्रीमिंग वीडियो और वीडियो ऑन डिमांड (VOD) की ओर रूख कर रही है. ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि अब बहुत कम लोग केबल टीवी देखना पसंद करते हैं. ई-मार्केटर1 के मुताबिक़, U.S. में 2020 के आख़िर तक नॉन-पे टीवी वाले घरों की संख्या 51MM से ज़्यादा होगी. इसके साथ ही, 2024 तक यह संख्या पे टीवी का इस्तेमाल करने वाली घरों के संख्या से आगे निकल जाएगी.

इससे यह पता चलता है कि लोग OTT प्लेटफ़ॉर्म पर ज़्यादा कॉन्टेंट देखेंगे. नीलसन की कुल ऑडियंस रिपोर्ट यह बताती है कि टीवी देखने वाली ऑडियंस अब OTT वीडियो स्ट्रीमिंग की ओर रूख कर रही है. 2019 की चौथी तिमाही में जहां 19% लोग OTT पर वीडियो देख रहे थे वहीं अब 2020 की दूसरी तिमाही में यह 25% है.2.

ऑडियंस बहुत तेजी से अब OTT वीडियो स्ट्रीमिंग की ओर रुख कर रही है, ऐसे में एडवरटाइज़र लीनियर टीवी से इन तक नहीं पहुंच सकते. इसलिए, ब्रैंड के लिए ये ज़रूरी है कि वह अपनी एडवरटाइज़िंग रणनीति में बदलाव करें और OTT वीडियो कैम्पेन का फ़ायदा उठाएँ, ताकि लीनियर टीवी के अलावा इस इंक्रीमेंटल ऑडियंस से एंगेज किया जा सके.

4. HAQM Streaming TV ऐड, आपकी मदद कैसे कर सकते हैं?

सिर्फ़ 2020 में, HAQM Streaming TV ऐड की पहुँच हर महीने 20MM से बढ़कर 50MM व्यूअर हो गई. इस पहुँच को अच्छी तरह से समझने के लिए, हमने इंडस्ट्री की तरफ़ से मान्य थर्ड-पार्टी मेजरमेंट सोल्यूशन का इस्तेमाल किया, जिसमें हमें ये बातें पता चली:

HAQM Streaming TV ऐड की मदद से, आप ज़रूरत के हिसाब से इंक्रीमेंटल ऑडियंस तक पहुँच बना सकते हैं. औसतन, लीनियर टीवी के मुकाबले 3.4% प्रतिशत ज़्यादा ऑडियंस HAQM Streaming TV ऐड देखती है. उदाहरण के लिए, 2020 की दूसरी तिमाही में एक स्पोर्ट्स ड्रिंक ब्रैंड HAQM Streaming TV ऐड की मदद से लीनियर टीवी कैम्पेन के मुकाबले 5.3% ज़्यादा ऑडियंस तक पहुंच पाया. इसका मतलब है कि लीनियर टीवी कैम्पेन ने नहीं, बल्कि18 से 54 साल की 4MM ऑडियंस तक पहुँचने में सिर्फ़ HAQM Streaming TV ऐड ने भूमिका निभाई.

HAQM Streaming TV ऐड से मिली ज़्यादातर ऑडियंस एक्सक्लूसिव है. औसतन, HAQM Streaming TV ऐड कैम्पेन से मिली 70% ऑडियंस ब्रैंड के लीनियर टीवी कैम्पेन से कभी एंगेज ही नहीं होती. यही वजह है कि एडवरटाइज़र को यूनिक ऑडियंस तक पहुँच बढ़ाने में मदद करने के लिए, यह ज़रूरी टूल है.

HAQM Streaming TV ऐड, मुश्किल से पहुँची जा सकने वाली ऑडियंस सेगमेंट से एंगेज होते हैं. HAQM Streaming TV ऐड की मदद से एडवरटाइज़र युवा ऑडियंस तक पहुंच सकते हैं. साथ ही, वे उस ऑडियंस तक भी पहुंच सकते है जो टीवी पर लाइट कॉन्टेंट देखना पसंद करती है. उदहारण के लिए, एक नेशनल पिज्ज़ा चेन ने 2020 की दूसरी तिमाही में HAQM Streaming TV ऐड कैम्पेन की मदद से बहुत बड़ी संख्या में 21 से 34 साल कि ऑडियंस तक पहुंच बनाई. यह संख्या लीनियर टीवी कैम्पेन से मिली ऑडियंस के दोगुने से भी ज़्यादा थी. HAQM Streaming TV ऐड से मिली ऑडियंस में से आधे लोग वो थे जो टीवी पर लाइट कॉन्टेंट देखना पसंद करते है, जो लीनियर टीवी कैम्पेन से मिली ऑडियंस के तिगुने से भी ज़्यादा थी. इसकी वजह से, HAQM Streaming TV ऐड लाइट कॉन्टेंट देखने वाले व्यूअर की 18% इंक्रीमेंटल पहुँच बढ़ा पाए.

5. आगे क्या है?

अपने एडवरटाइज़र के लिए, समय-समय पर मेजरमेंट से जुड़े नतीजों की तुलना करने पर, यह देखा गया कि HAQM Streaming TV ऐड की मदद से इंक्रीमेंटल पहुँच में अच्छी बढ़त हुई. आगे भी हम अपने एडवरटाइज़र और थर्ड-पार्टी मेजरमेंट सोल्यूशन के साथ काम करते रहेंगे, ताकि हम ज़्यादा से ज़्यादा व्यूअर तक पहुँच सकें और कैम्पेन से अच्छे से अच्छे नतीजे मिल सके.

क्या आप HAQM Streaming TV ऐड के बारे में और जानना चाहते हैं? हमारी “बिहाइंड द स्ट्रीम” ब्लॉग सीरीज़ को फॉलो करें. इससे, आप अन्य विषयों के बारे में भी जान पाएँगे. जैसे, HAQM Streaming TV और लीनियर टीवी ऑडियंस में क्या अंतर है और कैसे HAQM Streaming TV ऐड का ब्रैंड पर पूरी तरह से असर होता है.